Shri Yashodalala Aarti Lyrics in Hindi

Shri Yashodalala Aarti Lyrics in Hindi


श्री यशोदालाल आरती


आरति करत यसोदा प्रमुदित श्री यशोदालाल की सबसे प्रसिद्ध आरती में से एक है। भगवान कृष्ण को यशोदलाल के नाम से भी जाना जाता है।

॥ श्री यशोदालाल आरती ॥


आरति करत यसोदा प्रमुदित,फूली अङ्ग न मात।
बल-बल कहि दुलरावत आनन्द मगन भई पुलकात॥

सुबरन-थार रत्न-दीपावलिचित्रित घृत-भीनी बात।
कल सिन्दूर दूब दधि अच्छत तिलक करत बहु भाँत॥

अन्न चतुर्विध बिबिध भोग दुन्दुभि बाजत बहु जात।
नाचत गोप कुम्कुमा छिरकत देत अखिल नगदात॥

बरसत कुसुम निकर-सुर-नर-मुनि व्रजजुवती मुसकात।
कृष्णदास-प्रभु गिरधर कोमुख निरख लजत ससि-काँत॥

Shri Yashodalala Aarti Lyrics in English

Featured Post

Kartik Maas Mahatmya Katha Adhyaya 15

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 15 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 15) श्री विष्णु भगवान की कृपा, हो सब पर अपरम्पार । कार्तिक मास का `...