Purushottam Aarti Lyrics in Hindi

Purushottam Aarti Lyrics in Hindi


जय पुरूषोत्तम देवा आरती श्री पुरूषोत्तम को समर्पित है। पुरूषोत्तम आरती को अधिक मास आरती के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि अधिक मास पर भगवान पुरूषोत्तम का शासन होता है। भगवान पुरूषोत्तम श्री विष्णु के ही एक रूप हैं।


॥ श्री पुरुषोत्तम देव की आरती ॥

जय पुरुषोत्तम देवा,स्वामी जय पुरुषोत्तम देवा।
महिमा अमित तुम्हारी,सुर-मुनि करें सेवा॥
जय पुरुषोत्तम देवा॥

सब मासों में उत्तम,तुमको बतलाया।
कृपा हुई जब हरि की,कृष्ण रूप पाया॥
जय पुरुषोत्तम देवा॥

पूजा तुमको जिसनेसर्व सुक्ख दीना।
निर्मल करके काया,पाप छार कीना॥
जय पुरुषोत्तम देवा॥

मेधावी मुनि कन्या,महिमा जब जानी।
द्रोपदि नाम सती से,जग ने सन्मानी॥
जय पुरुषोत्तम देवा॥

विप्र सुदेव सेवा कर,मृत सुत पुनि पाया।
धाम हरि का पाया,यश जग में छाया॥
जय पुरुषोत्तम देवा॥

नृप दृढ़धन्वा पर जब,तुमने कृपा करी।
व्रतविधि नियम और पूजा,कीनी भक्ति भरी॥
जय पुरुषोत्तम देवा॥

शूद्र मणीग्रिव पापी,दीपदान किया।
निर्मल बुद्धि तुम करके,हरि धाम दिया॥
जय पुरुषोत्तम देवा॥

पुरुषोत्तम व्रत-पूजाहित चित से करते।
प्रभुदास भव नद सेसहजही वे तरते॥
जय पुरुषोत्तम देवा॥ 

Check out Purushottam Aarti Lyrics in English

Featured Post

Gita Jayanti 2024 Date

Bhagavad Gita Jayanti Date - 11th December 2024 (Wednesday) Gita Jayanti , also referred as  Bhagawad Gita Jayanti , is the day when Sri Kri...