Ganga Mata Aarti - Jai Jai Bhagirath Nandini Lyrics in Hindi
श्री गंगा भगीरथनन्दिनि आरती
जय जय भगीरथनन्दिनि माँ गंगा की सबसे प्रसिद्ध आरती है। यह प्रसिद्ध आरती गंगा माता से सम्बन्धित अधिकांश अवसरों पर गायी जाती है।
॥ गंगा माता आरती ॥
जय जय भगीरथनन्दिनि,मुनि-चय चकोर-चन्दिनि,
नर-नाग-बिबुध-बन्दिनि,जय जह्नुबालिका।
जय जय भगीरथनन्दिनि...।
विष्णु-पद-सरोजजासि,ईस-सीस पर बिभासि,
त्रिपथगासि, पुन्यरासि,पाप-छालिका॥
जय जय भगीरथनन्दिनि...।
बिमल बिपुल बहसि बारि,सीतल त्रयताप-हारि,
भँवर बर बिभन्गतर तरन्ग-मालिका।
जय जय भगीरथनन्दिनि...।
पुरजन पूजोपहार सोभित ससि धवल धार,
भंजन भव-भार,भक्ति-कल्प थालिका॥
जय जय भगीरथनन्दिनि...।
निज तट बासी बिहन्ग,जल-थल-चर पसु-पतन्ग,
कीट, जटिल तापस,सब सरिस पालिका।
जय जय भगीरथनन्दिनि...।
तुलसी तव तीर तीर सुमिरत रघुवन्स-बीर,
बिचरत मति देहि मोह-महिष-कालिका॥
जय जय भगीरथनन्दिनि...।