शनि गोचर 2025: मीन राशि में प्रवेश से बदल जाएगी इन 6 राशियों की किस्मत! जानें उपाय
29 मार्च 2025: शनि मीन राशि में, इन 5 राशियों को सावधान रहने की जरूरत!
चैत्र अमावस्या के दिन, 29 मार्च 2025 को, शनि देव मीन राशि में गोचर करेंगे। यह परिवर्तन सभी 12 राशियों पर विभिन्न प्रभाव डालेगा। नीचे प्रत्येक राशि के लिए संभावित प्रभाव और उपाय दिए गए हैं:
मेष राशि:
संभावित प्रभाव: धन हानि और करियर में बाधाएं आ सकती हैं।
उपाय: शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
वृषभ राशि:
संभावित प्रभाव: आर्थिक स्थिरता में कमी और मानसिक तनाव संभव है।
उपाय: शनिवार को देवी दुर्गा के बीज मंत्र का जाप करें और जरूरतमंदों को भोजन कराएं।
मिथुन राशि:
संभावित प्रभाव: स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और शत्रु पक्ष से परेशानी हो सकती है।
उपाय: शनिवार को दिव्यांग व्यक्तियों को भोजन कराएं और शनि मंत्रों का जाप करें।
कर्क राशि:
संभावित प्रभाव: पारिवारिक कलह और आर्थिक चुनौतियाँ सामने आ सकती हैं।
उपाय: शनिवार को काली उड़द दाल का दान करें और शिव पूजा करें।
सिंह राशि:
संभावित प्रभाव: मानसिक तनाव और धन हानि की संभावना है।
उपाय: महाराज दशरथ द्वारा रचित नील शनि स्तोत्र का पाठ करें और गेहूं, गुड़ का दान करें।
कन्या राशि:
संभावित प्रभाव: स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ और कार्यस्थल पर बाधाएं आ सकती हैं।
उपाय: शनिवार को छाता दान करें और जरूरतमंदों की सहायता करें।
तुला राशि:
संभावित प्रभाव: आर्थिक नुकसान और शत्रु पक्ष से तनाव संभव है।
उपाय: शनिवार को सरसों के तेल में बने उड़द दाल के पकौड़े गरीबों को खिलाएं और माता लक्ष्मी की पूजा करें।
वृश्चिक राशि:
संभावित प्रभाव: मानसिक अशांति और धन हानि की संभावना है।
उपाय: शनिवार को हनुमान चालीसा का आठ बार पाठ करें और शनि मंदिर में सरसों का तेल चढ़ाएं।
धनु राशि:
संभावित प्रभाव: आर्थिक चुनौतियाँ और स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
उपाय: शनिवार को काले तिल का दान करें और शनि मंत्रों का जाप करें।
मकर राशि:
संभावित प्रभाव: करियर में बाधाएं और मानसिक तनाव संभव है।
उपाय: शनिवार को व्रत रखें और शनि चालीसा का पाठ करें।
कुंभ राशि:
संभावित प्रभाव: आर्थिक स्थिरता में कमी और पारिवारिक तनाव हो सकता है।
उपाय: शनिवार को शनि चालीसा का पाठ करें और जरूरतमंदों को भोजन कराएं।
मीन राशि:
संभावित प्रभाव: स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ और मानसिक तनाव की संभावना है।
उपाय: शनिवार को छाया दान करें और शनि मंत्रों का जाप करें।
सामान्य उपाय:
शनिवार को शनि मंदिर में जाकर सरसों या तिल का तेल चढ़ाएं और "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
गरीबों को अन्न, वस्त्र, तिल, और गुड़ का दान करें।
पीपल वृक्ष की पूजा करें और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
नोट: उपरोक्त उपायों का पालन करते समय श्रद्धा और विश्वास रखना आवश्यक है। यदि आप अपनी कुंडली में शनि के प्रभाव को लेकर चिंतित हैं, तो किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श करें।